कबीर हत्याकांड की होगी एसआईटी जांच
बस्ती। बहुचर्चित कबीर हत्याकांड के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजन छह दिनों से आमरण अनशन पर थे। जिसमें कबीर के बड़े पिता की तबीयत बिगड़ गई। इलाज कराने से मना कर दिया। शनिवार शाम सांसद, डीएम और एसपी ने एसआईटी जांच का आश्वासन दिया। जिसके बाद धरना खत्म कर दिया।
एपीएन पीजी कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा नेता कबीर तिवारी की नौ अक्तूबर को गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी। जिसमें दो अभियुक्त पकड़े गए थे। आठ लोगों पर परिजनों ने केस दर्ज कराया था। जिसके बाद नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज बड़े पिता विनीत तिवारी परिजनों के साथ शास्त्री चौक पर धरने पर बैठे गए। जिसमें विनीत तिवारी की तबीयत भी बिगड़ गई लेकिन इलाज कराने से मना कर दिया।
शनिवार शाम को सांसद हरीश द्विवेदी, डीएम आशुतोष निरंजन और एसपी हेमराज मीणा ने कबीर तिवारी के परिजनों से मुलाकात की। हत्याकांड की जांच एसआईटी से कराने का आश्वासन दिया। मामले को लेकर जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि कबीर तिवारी हत्याकांड की जांच जिला पुलिस कर रही थी जिससे काफी लोग ऐसे थे जो विवेचना की प्रगति से संतुष्ट नहीं थे। उनकी मांग थी की किसी अन्य उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से जांच हो। प्रमुख सचिव गृह को फोन पर बताया गया। अब मामले की एसआईटी जांच होगी। सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुंडेरवा चीनी मिल के उद्घाटन में आए थे तभी उच्चस्तरीय जांच की सिफारिश की गई थी। जिसके बाद कबीर हत्याकांड में एसआईटी जांच का हुआ आदेश हुआ है।
सांसद हरीश द्विवेदी कहने पर परिजनों ने आमरण अनशन समाप्त कर दिया।